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| {{ب| خزان گلزار دین ماه محرّم بود|در او بهار عزا هماره خرّم بود }} | | {{ب| خزان گلزار دین ماه محرّم بود|در او بهار عزا هماره خرّم بود }} |
| {{پایان شعر}} | | {{پایان شعر}} |
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| | class="b" |<span class="beyt"> بسیط روی زمین باز بساط غم است</span>
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| | class="b" |<span class="beyt">محیط عرش برین دائرهی ماتم است </span>
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| | class="b" |<span class="beyt"> باز چرا مهر و ماه تیره چه شمع عزاست</span>
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| | class="b" |<span class="beyt">باز چرا دود آه تا فلک اعظم است </span>
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| | class="b" |<span class="beyt"> ماتم جانسوز کیست گرفته آفاق را</span>
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| | class="b" |<span class="beyt">که صبح روی جهان تیره چه شام غم است </span>
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| | class="b" |<span class="beyt"> شور حسینی است باز که با دو صد سوز و ساز</span>
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| | class="b" |<span class="beyt">نه در عراق و حجاز در همهی عالم است </span>
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| | class="b" |<span class="beyt"> به حلقهی ماتمش سدرهنشین نوحهگر</span>
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| | class="b" |<span class="beyt">به زیر بار غمش قامت گردون خم است </span>
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| | class="b" |<span class="beyt"> ز شور خیل ملک دل فلک بیقرار</span>
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| | class="b" |<span class="beyt">دیدهی انجم اگر خون بفشاند کم است </span>
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| | class="b" |<span class="beyt"> داغ جهانسوز او در دل دیو و پریست</span>
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| | class="b" |<span class="beyt">نام غم اندوز او نقش گِل آدم است </span>
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| | class="b" |<span class="beyt"> عزای سالار دین، دلیل اهل یقین</span>
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| | class="b" |<span class="beyt">سلیل عقل نخست سلالهی عالم است </span>
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| | class="b" |<span class="beyt"> خزان گلزار دین ماه محرّم بود</span>
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| | class="b" |<span class="beyt">در او بهار عزا هماره خرّم بود </span>
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| '''2'''{{شعر}} | | '''2'''{{شعر}} |
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| {{ب| گوهر یکتای عشق درّ یتیم حسن|خلعت زیبای عشق کرد به بر چون کفن }} | | {{ب| گوهر یکتای عشق درّ یتیم حسن|خلعت زیبای عشق کرد به بر چون کفن }} |
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| {{ب| پس از تو ای جان من جهان فانی مباد|بیتو مرا یک نفس ز زندگانی مراد <ref>همان؛ ص 74، 78، 83.</ref> }} | | {{ب| پس از تو ای جان من جهان فانی مباد|بیتو مرا یک نفس ز زندگانی مراد <ref>همان؛ ص 74، 78، 83.</ref> }} |
| {{پایان شعر}}<br /> | | {{پایان شعر}}<br /> |
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| ====سیزدهبند <ref>در جواب محتشم کاشانی</ref>==== | | ====سیزدهبند <ref>در جواب محتشم کاشانی</ref>==== |
| '''1'''{{شعر}} | | '''1'''{{شعر}} |